स्त्री पर कविता

परिचय- दोस्तो इस कविता में स्त्री के जीवन में आने वाले कठिन समय से समाज को रूबरू कराने की कोशिश की गई है। साथ ही उसके जीवन के त्याग और महत्व को बताया गया है। यह कविता स्त्री के उत्थान के दिशा में प्रेरित है।

women poem in hindi
women poem in hindi

स्त्री पर कविता

कहानी उनकी जिनके होने से,
जिंदगी की शुरुआत है,

हमको वजूद में लाने वाली,
हमारे ही सामने बे-आवाज़ है,

है क्रोध उसमे भी जम कर के,
समाज के सामने लाचार है,

कुरीतियों की बेड़ियों से जकड़ी हुई,
पल- पल रहती सहमी हुई,

अपनों का सुख देख-देख,
रहती अपनों के लिए अपनो से दूर है,

सपनों के कई परिंदे ले,
कभी उड़ न पाती आसमान में,

अपने घर से मिले आजादी ,
पर मिले न घटिया समाज में,

पाबंदियों में बँध बंदियों सी,
घुटती रहती है अपने अंदर ही,

मुख पर लिए मुस्कान वो,
समेटे है अपने अंदर समंदर भी,

वो सूंदरता से परिपूर्ण स्वयं,
अजब,अमित तस्वीर लिये,

बदला अपना रूप मगर,
वही कमजोर तासीर लिये,

हमको देने को स्वरूप यहाँ,
वो माँ के रूप में होती है,

हमारे साथ खेलने बढ़ने को ,
वो बहन के रूप में होती है,

हमारा साथ निभाने को ,
वो पत्नी के रूप में होती है 

वो खुल कर जी  पाने की,
ऐसी उसकी तकदीर कहाँ,

आवाज़ लिए बेआवाज़ बनी,
सहती सब की कहा सुनी ,

गुमसुम है ख़ामोश रही खड़ी,
समाज के नियम तले लाचार पड़ी,

लड़ने का जज्बा अभी थमा नही ,
उसके सपनों का वजूद अभी रमा नही,

मुश्किलों में भी  कभी घबराई नही,
अपने हिसाब से कभी चल पाई नही ,

दिन-ब-दिन समाज मे घिरती गयी,
जीवन चक्र में हर पल फिरती गयी,

खुद को बदल पुरूष को अस्तित्व दिया,
जीवन जीने का सहारा बनी,
जायज-नाजायज हर बात सुनी,

अपने पथ पर हर पल रही डटी,
अपने धर्म से कभी नही हटी,

बुराई सह अच्छाई का प्रसार किया
समाज हेतु संतति का विकास किया,

धरती जैसी ले छवि उसने,
हर रूप में सिर्फ प्रेम दान दिया,

एक पल के लिये न विराम लिया,
घर से देश तक का हर काम किया,

मजबूरी में भी होशियार बनी,
मुसीबतों में भी समझदार बनी,

जीवन पथ को सुगम किया,
हँसकर  सब कुछ झेल लिया,

लड़ती रही दबी आवाज लिये,
न जाने कितनो के जुर्म सहे।



-- ✍️सूर्यदीप पाण्डेय

लेखक के विचार-  मेरे द्वारा स्त्री पर लिखी कविता समाज के उन पहलुओं को बताता है जो समाज में या तो छिपाया गया है या उसे छिपाने का प्रयास किया जाता है।

Admin Thanks:- आशा है दोस्तों आप इस ब्लॉग को बेहद पसंद करते होंगे। स्त्री के महत्व पर प्रस्तुत कविता आपको अच्छी लगी होगी।  सदाही  मेरी कोशिश रहती है की मै आगंतुकों के पसंदगी के साथ ही उनके लिए ज्ञानवर्धक, मोटिवेशन वाले कंटेंट, लेख, कविता लाता रहूँ |


मै इस ब्लॉग में अपना शत प्रतिशत देने का प्रयास करता हूँ फिर भी कोई गलती होती है या आपके मन में कोई सवाल होते हों तो अपना सुझाव कमेंट बॉक्स में जरूर दें |
हमारी टीम आपकी सेवा के लिए तत्पर है।


यह भी पढ़े:-

4 تعليقات

Thanks for comments!
मै समझता हूं आपने हमारे वेबसाईट के अवलोकन में महत्वपर्ण समय देकर हमारे THE SORK परिवार का मनोबल बढ़ाया है।

आपकी बहुमूल्य टिप्पणी टीम रिव्यू के बाद बहुत जल्द पब्लिश कर दी जायेगी।
THE SORK ब्लॉग में टिपपणीकर्ताओं को लेकर एक TELEGRAM में THE SORK GROUP बनाया गया है आप उसे जरूर ज्वॉइन करें।
इस लिंक पर क्लिक करके ग्रुुप में शामिल हों-
https://t.me/the_sork_group

Thanks and regards
The sork team

إرسال تعليق

Thanks for comments!
मै समझता हूं आपने हमारे वेबसाईट के अवलोकन में महत्वपर्ण समय देकर हमारे THE SORK परिवार का मनोबल बढ़ाया है।

आपकी बहुमूल्य टिप्पणी टीम रिव्यू के बाद बहुत जल्द पब्लिश कर दी जायेगी।
THE SORK ब्लॉग में टिपपणीकर्ताओं को लेकर एक TELEGRAM में THE SORK GROUP बनाया गया है आप उसे जरूर ज्वॉइन करें।
इस लिंक पर क्लिक करके ग्रुुप में शामिल हों-
https://t.me/the_sork_group

Thanks and regards
The sork team

أحدث أقدم